REET पेपर लीक मामले में राजस्थान सरकार ने बड़ा फैसला लिया है । कैबिनेट बैठक के बाद अशोक गहलोत ने रीट की लेवल -2 परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया गया है । प्रदेश की सबसे बड़ी परीक्षा को रद्द कर दिया गया है । मुख्यमंत्री ने यह घोषणा करते हुए कहा कि लेवल -1 की परीक्षा निरस्त नहीं होगी । अब रीट में 62 हजार भर्तियां होंगी । लेवल -2 की जो परीक्षा निरस्त हुई है , वह अगस्त तक होने की संभावना है ।
अब दो चरणों में होगी भर्ती परीक्षा
गहलोत ने कहा कि रीट लेवल वन और लेवल 2 मिलाकर कुल 62 हजार हो जाएगी । लेवल वन के 15 हजार पद अलग रह जाएंगे । पहले की तरह ही एलिजिबिलिटी टेस्ट लेंगे । वेलिडिटी आजीवन ही रहेगी । विषयवार अलग से एग्जाम करवाए जाएंगे । एलिजिबिलिटी टेस्ट के बाद भर्ती परीक्षा होगी ।
विधानसभा के बजट सत्र को देखते हुए अब बेरोजगारों ने भी सरकार को घेरने की रणनीति तैयार कर ली है । बेरोजगारों से जुड़े अलग अलग संगठन सोमवार से आंदोलनों की शुरुआत करेंगे । इसमें रीट पेपर लीक की सीबीआई जांच और नकल के खिलाफ सख्त कानून लाने सहित कई मांगे सरकार से की जाएगी । संयुक्त युवा अधिकार मोर्चा सोमवार 7 फरवरी को शहीद स्मारक पर महापड़ाव डालेगा , जबकि बेरोजगार महासंघ 9 फरवरी को विधानसभा का घेराव करेगा । वहीं युवा हुंकार के तहत 8 फरवरी को जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन होगा ।
रीट पेपर जयपुर के शिक्षा संकुल से निकल कर जालोर , बाड़मेर , सांचौर जोधपुर तक पहुंच चुका था । एसओजी तीनों ही जिलों में पेपर बेचने और खरीदने वालों की सूची बना ली है । एसओजी की टीम तीनों ही जिलों में ऐसे परीक्षार्थियों की तलाश में जुट गई है । एसओजी के एक्टिव होने से जालोर व बाड़मेर से आरोपी फरार हो चुके हैं । जालोर से ई मित्र संचालक को पहले ही एसओजी गिरफ्तार कर चुकी है । एडीजी एसओजी अशोक राठौड़ का कहना है कि रीट पेपर लीक से जुड़ा कोई भी व्यक्ति हो , उसे छोड़ा नहीं जाएगा उन्होंने शनिवार को जालोर , सिरोही बाड़मेर के पुलिस अधिकारियों से सांचौर में मुलाकात की थी । उन्होंने रीट पेपर से जुड़े लोगों के बारे में जांच पड़ताल की एसओजी ने अब पूरा फोकस जालोर बाड़मेर में कर रखा है ।
माना जा रहा कि सबसे ज्यादा रीट पेपर यहीं पर पहुंचा था । जालोर , बाड़मेर व जोधपुर के परीक्षार्थियों पर तलवार लटक सकती है । इन तीन जिलों को पेपर लीक का मुख्य केंद्र मानते हुए पेपर कैंसिल हो सकता है यहां के परीक्षार्थियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं । राजीव गांधी सर्किल से जुड़े रामकृपाल मीणा और सुनीता पचौरी के कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बनाया गया था टोंक और अलवर के दो कॉलेजों को बोर्ड और आरपीएससी से बाहर होने के बावजूद परीक्षा केंद्र बनाए गए थे ।
शिक्षा निदेशालय ने सांचौर के लेचरर उदयराम बिश्नोई , जालोर के लेक्चरर चुनीलाल बिश्नोई , शैतान सिंह , छतरराम पुरोहित व बाड़मेर के भजनलाल को शनिवार देर रात सस्पेंड कर दिया था । ये सभी एसओजी के रडार पर हैं । एसओजी अब पेपर लीक में फरार आरोपियों की प्रॉपर्टी जब्त करने की तैयारी कर रही है । रीट पेपर लीक में नाम सामने आने पर फरार लोगों के परिजनों से पूछताछ होगी ।