Anganwadi Complaint Toll Free Number आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की शिकायत कैसे करें, हेल्प लाइन नम्बर: आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की शिकायत कैसे करें?, आंगनबाड़ी की 6 सेवाएं कौन कौन सी है , आंगनबाड़ी का हेड कौन होता है? , गर्भवती महिला को आंगनबाड़ी में क्या क्या मिलता है?, Anganwadi Shikayat Helpline Number राजस्थान आंगनवाड़ी शिकायत केंद्र, आंगनवाड़ी ऑनलाइन शिकायत, महिला एवं बाल विकास हेल्पलाइन नंबर, महिला बाल विकास हेल्पलाइन नंबर, आंगनवाड़ी शिकायत हेल्पलाइन नंबर, आंगनवाड़ी हेल्पलाइन नंबर दिल्ली, आंगनबाड़ी केंद्र जयपुर राजस्थान, यदि आप भी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से परेशान है आपको भी पोषाहार व अन्य आंगनबाड़ी से मिलने वाली सेवाओ का लाभ नहीं मिल रहा है तो इसकी शिकायत कर सकते है । आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की शिकायत कैसे करें? इसके लिए सम्पूर्ण जानकारी इस आर्टिकल मे दी गई है।
भारत में आंगनवाड़ी योजना की शुरुआत 2 अक्तूबर, 1975 मे की गई थी । उस समय इस योजना को मां और बच्चे के देखभाल केंद्र (child and mother care center) के तौर पर स्थापित किया गया था। लेकिन आज के समय मे यह देश की महत्वपूर्ण योजनाओ मे से एक है इस योजना का लाभ सभी महिलाओ व बच्चों तक पहुचे इसके लिए प्रत्येक गाँव मे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता नियुक्त किए गए है । अगर कोई भी आंगनवाडी कार्यकर्ता राज्य सरकार द्वारा दिया जा रहा पौष्टिक पोषाहार नियमित वितरण नहीं करने , कम वितरण करने, वितरण करने से मना करने या कोई आंगनवाडी केंद्र से संबंधित अन्य जायज सेवा प्रदान नही करने पर आप टॉल फ्री शिकायत हेल्पलाइन नम्बर पर कर सकते है
आंगनबाड़ी क्या है? (What is Anganwadi)
देश के आँगनवाड़ी केंद्र गाँवों में बुनियादी शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करता है। आँगनवाड़ी केंद्र भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली का एक हिस्सा है। मूल स्वास्थ्य देखभाल गतिविधियों में गर्भनिरोधक परामर्श और आपूर्ति, पोषण शिक्षा और अनुपूरक, साथ ही पूर्व-विद्यालय की गतिविधियों शामिल हैं। आँगनवाड़ी केंद्र भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली का एक हिस्सा है। आँगनवाड़ी केंद्र देश मे ग्रामीण माँ और बच्चों के देखभाल केंद्र है। बच्चों के भूख और कुपोषण जैसी समस्या से निपटने के लिए इस योजना का शुभारम्भ केंद्र सरकार ने 1985 में किया था इनके बाद वर्ष 2010 से राज्य सरकारें भी इसमें सहयोग देने लगी ।
आंगनबाड़ी में मिलने वाली सेवाएं
इस योजना के माध्यम से सरकार सभी तरह की गर्भवर्ती महिलाओं एवं छह वर्ष तक के बच्चों के पौष्टिक भोजन (nutritious food), शिक्षा (education), स्वास्थ्य (health), जांच (test) एवं प्रतिरक्षण यानी टीकाकरण (vaccination) व अन्य जायज सुविधा उपलब्ध करवाती है
1. पूरक पोषाहार SUPPLEMENTRY NUTRITIONS
लाभार्थी | गेहूँ | चावल | चना दाल |
● 6 माह -6 वर्ष के बच्चे | 1.25 | 1.25 | 2 |
● किशोरी बालिकाएं व गर्भवती – धात्री महिलाएं | 1.5 | 1.5 | 3 |
● 6 माह से 6 वर्ष के अति कुपोषित बच्चे। | 2 | 1.5 | 3 |
पोषाहार की मात्रा प्रतिमाह ( कि.ग्रा )
2. प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा EARLY CHILDHOOD EDUCATION
- लाभार्थी- 3-6 वर्ष के बच्चे
- आंगनबाडी में प्रवेश शाला पूर्व शिक्षा
- प्रतिमाह अमावस्या को अभिभावकों के साथ बैठक
3. पोषण तथा स्वास्थ्य शिक्षा | NUTRITION & HEALTH EDUCATION
- लाभार्थी– 15-45 वर्ष की महिलाएं
- पोषण एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना
4. टीकाकरण IMMUNISATION
- लाभार्थी- 0-6 वर्ष के बच्चे
- बी.सी.जी. , ओ.पी.वी. , डी.पी.टी. , टिटनेस व गर्भवती महिलाएं आयरन की गोली
5. स्वास्थ्य जांच HEALTH CHECK UP
- लाभार्थी– 0-6 वर्ष के बच्चे, किशोरी बालिकाएं, गर्भवती – धात्री महिलाएं
- प्रत्येक माह के मातृ शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस पर
6. रेफरल सेवाएँ REFERRAL SERVICES
- लाभार्थी- 0-6 वर्ष के बीमार व अति कुपोषित बच्चे एवं खतरे के लक्षण वाली गर्भवती महिलाऐं
- पहचान कर पी.एच.सी एवं सी.एच.सी. को रेफर करना ।
7. प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) अंतर्गत देय अनुदान राशि
- गर्भावस्था का शीघ्र पंजीकरण पर ( एलएमपी की तारीख के 150 दिनों के अंदर )- 1000₹
- गर्भावस्था के छ : महीने के भीतर प्रसव पूर्व जॉच पर-2000₹
- बच्चे के जन्म पंजीकरण व टीकाकरण पर-2000₹
8. सामुदाय आधारित कार्यक्रम COMMUNITY BASED PROGRAMME:
- गर्भावस्था परामर्श दिवस- गर्भवती महिला का पंजीकरण एवं गोद भराई में नारियल , सिंदूर , चूड़ी , कंगन इत्यादि सामग्री प्रदान करना
- अन्नप्राशन दिवस- 6 माह पूर्ण कर चुके बच्चों की माता को चम्मच व कटोरी प्रदान करना
- सुपोषण दिवस- गर्भवती धात्री एवं दो वर्ष तक के बच्चों को स्वास्थ्य एवं पोषण की जानकारी के साथ पोषक फल प्रदान करना ।
सरकार आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से प्रतिमाह गर्भवती-धात्री महिलाओं को 1400 ग्राम न्यूट्री मीठा दलिया, 1400 ग्राम मूंग दाल खिचड़ी, 700 ग्राम सादा गेहूं दलिया दिया जाएगा. 6 माह से 3 वर्ष के सामान्य बच्चे को 480 ग्राम न्यूट्री मीठा दलिया, 480 ग्राम मूंग दाल-चावल-खिचड़ी व सादा गेहूं दलिया 540 ग्राम तथा बालाहार प्रीमिक्स 1375 ग्राम दिया जाएगा. वहीं 6 माह से 3 वर्ष के अतिकुपोषित को 500 ग्राम न्यूट्री मीठा दलिया, 500 ग्राम मूंग दाल खिचड़ी,1500 ग्राम सादा गेहूं दलिया तथा 1125 ग्राम बालाहार पोषाहार के दो पाउच दिए जाएंगे. इसके साथ ही 3 से 6 वर्ष तक के बच्चे को हर महीने 1500 ग्राम बालाहार प्रीमिक्स दिया जाएगा.
नोट:- आंगनवाड़ी में मिलने वाली सेवाओं में सरकार द्वारा परिवर्तन किया जा सकता है इनके लिए आप आधिकारिक वेबसाइट https://wcd.rajasthan.gov.in को जरूर विजिट करें।
राजस्थान आंगनवाड़ी केंद्र पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा पोषाहार वितरण में अनियमितता, पोषाहार देने से मना करना , कम पोषाहार का वितरण या कोई भी आंगनवाड़ी से सम्बंधित योजना का लाभ देने पर, आप इसकी शिकायक आसानी से कर सकते है। यह शिकायक आप राजस्थान टोल फ्री शिकायत हेल्पलाइन नम्बर पर कर सकते है। शिकायत दर्ज हो जाने के बाद आपके पास SMS के द्वारा शिकायक रेफरेंस नंबर प्राप्त होंगे ।
- Help Line Number : 181 टोल फ्री पर कॉल करें
- यह शिकायत sampark.rajasthan.gov.in पर ऑनलाइन दर्ज कर सकते है।
- इसके अलावा अपने नजदीकी महिला एवं बाल विकास कार्यालय से भी संपर्क कर सकते है।
राजस्थान आंगनवाड़ी से सबंधित किसी भी शिकायत को आप 181 नंबर पर दर्ज करवा सकते है । इस हेल्पलाइन नंबर का इस्तेमाल राजस्थान का कोई भी व्यक्ति कर सकता है।
आंगनबाड़ी में कौन कौनसी सेवाएं मिलती है?
आंगनवाड़ी केंद्र के तहत मूलतः छः प्रकार की सेवाएँ दी जाती हैं- पूरक पोषाहार, पोषण एवं स्वास्थ्य परामर्श, टीकाकरण, स्कूल – पूर्व शिक्षा, स्वास्थ्य जांच और संदर्भ सेवाएँ।
आँगनवाड़ी कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं के लिए जन्मपूर्व और प्रसवपूर्व देखभाल सुनिश्चित करते हैं और नवजात शिशुओं और नर्सिंग माताओं के लिए तुरंत निदान और देखभाल करते हैं। वे 6 वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों के टीकाकरण का प्रबंध करते हैं।